पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार को लेकर नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी के कई नेताओं के अति आत्मविश्वास के कारण बंगाल में पार्टी की हार हुई, क्योंकि ऐसे नेताओं का मानना था कि बंगाल में पार्टी को 170 से अधिक सीटें मिलेंगी। टीएमसी ने सुवेंदु के दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी मुगालते में रह रही थी, क्योंकि उनके कई नेताओं ने भविष्यवाणी की थी कि भगवा खेमा 200 सीटों को पार कर जाएगा।
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के चांदीपुर इलाके में रविवार को बीजेपी की बैठक थी। बैठक में सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि हमने विधानसभा चुनाव के पहले दो चरणों में अच्छा प्रदर्शन किया था। हमारे कई नेता आत्ममुग्ध और अति आत्मविश्वासी हो गए थे। इस कारण वे उभरती जमीनी की स्थिति को समझने में नाकामयाब रहे। उन्होंने विश्वास करना शुरू कर दिया था कि बीजेपी चुनावों में 170-180 सीटें हासिल करेगी, लेकिन उन्होंने जमीनी काम नहीं किया, जो कि पार्टी को महंगा पड़ा। अधिकारी ने कहा कि जमीनी स्तर पर काम जारी रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि लक्ष्य निर्धारित करना, जो वास्तविक था, लेकिन कड़ी मेहनत की जरूरत थी।
अधिकारी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी मुगालते में रह रही थी, क्योंकि उनके कई नेताओं ने भविष्यवाणी की थी कि भगवा खेमा 200 सीटों को पार कर जाएगा। खुद सुवेंदु अधिकारी ने भी बार-बार यह दावा किया था कि उनकी पार्टी को कम से कम 180 सीटें मिलेंगी? वास्तव में सुवेंदु अधिकारी बंगाल की नब्ज नहीं जानते, जो तृणमूल कांग्रेस जानती है।
सुवेंदु मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से सामाजिक कल्याण परियोजनाओं और विकास की एक लहर को आसानी से भूल गए। जनादेश बीजेपी के दिग्गजों के खिलाफ गया है, जो लगातार सीएम और टीएमसी के खिलाफ अभियान चला रहे थे। जमीनी जंग और ऊपर-ऊपर तलवारबाजी में फर्क दिख गया। जनता ने उन्हें नकार दिया है।
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