बुधवार, 21 जुलाई 2021

‘मौत’ के आंकड़ों पर सरकारी खेल



 ऑक्सीजन की कमी से देश में कोई मौत न होने के सरकार के दावे पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने हमला बोला है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि मेरे पास शब्द नहीं हैं। आखिर इस तरह का बयान सुनकर उनके परिजनों पर क्या गुजरी होगी, जिनकी मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हो गई थी? सरकार के खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए। वे झूठ बोल रहे हैं।' पेगासस फोन हैकिंग को लेकर भी संजय राउत ने सरकार पर हमला बोला।  

ऑक्सीजन की कमी से देश में कोई मौत न होने के सरकार के दावे पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने हमला बोला, तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास कोरोना के आंकड़ों को छिपाने की कोई वजह नहीं है। केंद्र सरकार सिर्फ आंकड़ों का संकलन ही करती है, जो राज्यों की ओर से पेश किए जाते हैं। हर दिन राज्य सरकारों की ओर से जो आंकड़े दिए जाते हैं, उन्हें ही कंपाइल करके अगले दिन सुबह केंद्र सरकार की ओर से पेश किया जाता है।  

यह अजब इत्तेफाक है कि शिवसेना नेता संजय राऊत ने एक केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया, वहीं उनके ही प्रदेश में आंकड़ों का गजब खेल हुआ।  मंगलवार को 42,114 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस दौरान 36,857 लोगों ने कोरोना को मात दी और 3,998 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत भी हुई। देश में बीते दिन हुई मौतें पिछले 39 दिनों में सबसे ज्यादा हैं। इससे पहले 11 जून को 3,996 लोगों की मौत हुई थी। मौत के आंकड़े में इतनी बड़ी बढ़ोतरी महाराष्ट्र में पुरानी मौतों को पोर्टल पर अपडेट करने की वजह हुई। यहां बीते दिन कोरोना के 147 मरीजों की ही मौत हुई, जबकि, 3,509 पुरानी मौतों को अपडेट किया गया। 

याद रहे, इससे पहले मंगलवार को राज्यसभा में कोरोना संकट को लेकर बहस के दौरान संजय राउत ने कहा था कि सरकार को इस महामारी में हुई मौतों का पूरा आंकड़ा रखना चाहिए। उनका कहना था कि सरकार को कोरोना संकट के चलते मरने वाले सभी लोगों का सही डेटा पेश करना चाहिए, ताकि पूरी जानकारी मिल सके।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें