बिहार पुलिस ने रोहतास में एक अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। हैरतअंगेज रूप से इसमें शामिल लोगों ने युवतियों को गुमराह किया और देह व्यवसाय के दलदल में पहुंचा दिया।एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने 6 नाबालिग लड़कियों को भी छुड़ाया, जिन्हें मुंबई के डांस बार में सप्लाई किया जाना था। गिरोह का रोहतास और मुंबई के अलावा मुजफ्फरपुर, पटना, रक्सौल में नेटवर्क बना हुआ था।
बिहार पुलिस के अनुसार, 19 जुलाई को 14 साल की एक बच्ची सेक्स रैकेट की सरगना रेखा देवी उर्फ बुआ की कैद से फरार हो गई। किसी तरह वह पटना में बाल कल्याण विभाग के कार्यालय पहुंच गई। पीड़िता ने अधिकारियों के सामने अपनी आपबीती सुनाई, जिन्होंने तुरंत पटना पुलिस को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। चूंकि मामला देह व्यापार और मानव तस्करी से जुड़ा था, इसलिए बिहार पुलिस कमजोर वर्ग के एडीजी अनिल कुमार ने तुरंत एक बचाव दल का गठन किया। दल ने सोमवार तड़के छापेमारी की। छापे के दौरान हैरान करने वाली कई जानकारियां मिलीं। पता चला कि आरोपी ने शिकायतकर्ता की 12 वर्षीय नाबालिग बहन की हत्या कर दी है। रेखा देवी उर्फ बुआ, गोपाल नट, शंकर नट, विकास और सोनू को गिरफ्तार किया है। रेखा बिक्रमगंज में उस घर में कड़ी सुरक्षा करती थी, जहां नाबालिग लड़कियों को बंदी बनाकर रखा जाता था।’
पुलिस अधिकारी ने इस रैकेट के बारे में बताया कि रेखा अच्छी तनख्वाह के साथ ऑर्केस्ट्रा में नौकरी देने के आकर्षक ऑफर देती थी। एक बार एक लड़की जाल में फंस गई, तो उसने उसे घर में बंदी बना लिया जाता था। फिर उसे मुंबई ले जाया जाता था। आरोपी का मुंबई में भी एक घर है। वहीं कड़ी सुरक्षा में लड़कियों को रखा जाता था। इसके बाद मांग के अनुसार, लड़कियों की सप्लाई होती थी।
चंगुल में फंसी युवतियों के अनुसार, विभिन्न स्थानों पर बंद कार में ले जाया जाता था, जहां अनेक लोग होते थे। पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं - हत्या, मानव तस्करी, अपहरण और पॉक्सो अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस टीम ने घर से गर्भावस्था और गर्भपात की गोलियों के अलावा 1.71 लाख रुपये नकद भी जब्त किए हैं। पीड़ितों को रोहतास जिले में एक आश्रय गृह में भेज दिया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें