बुधवार, 21 जुलाई 2021

चार राज्यों में भूकंप… 7 जुलाई से बुधवार सुबह तक 34 बार झटके

 


मंगलवार देर रात से बुधवार सुबह तक देश के चार राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। राजस्थान के बीकानेर, लद्दाख में लेह के अलावा मेघालय और हरियाणा के सोनीपत में भी भूकंप आया। किसी तरह की हताहत को कोई खबर नहीं है, लेकिन बीते कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार भूकंप आ रहा है और यह चिंता का विषय है। ये छोटे-छोटे भूकंप किसी बड़े खतरे की आहट जरूर दे रहे हैं।  नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मॉलजी के अनुसार, 7 जुलाई से बुधवार सुबह तक 34 बार झटके महसूस किए गए।

देश के चार राज्यों में मंगलवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह सिलसिला बुधवार सुबह तक जारी रहा।  नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मॉलजी के अनुसार, राजस्थान के बीकानेर में बुधवार सुबह 5 बजकर 24 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान तीव्रता 5.3 रही, हालांकि क्षेत्र पाकिस्तान था।  बीकानेर में मंगलवार देर रात भी झटके महसूस किए गए थे। इस दौरान तीव्रता 4.5 थी और केंद्र बिंदु बीकानेर में था।  

लद्दाख के लेह में सुबह 4 बजकर 57 मिनट में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.6 मापी मई। इसकी गहराई 200 किमी तक थी। इससे पहले मंगलवार देर रात मेघालय और हरियाणा में भी भूकंप के झटके महसूस हुए। मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स में मंगलवार 2 बजकर 10 मिनट पर भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता 4.1 रही जबकि गहराई 10 किमी थी।  

वहीं हरियाणा के सोनीपत में भी 2 बजकर 6 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इस दौरान भूकंप की तीव्रता बेहद कम रही। रिक्टर स्केल में तीव्रता 2.1 रही। इससे पहले 1 बजकर 18 मिनट पर भी भूकंप आया और तीव्रता 2.3 नापी गई। किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं है।

देश के चार राज्यों में भूकंप के झटके के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी   कानपुर की एक रिसर्च दिल्ली से बिहार के बीच बड़े भूकंप की आशंका जाहिर करती है। उसका कहना है कि इसकी तीव्रता भी रिक्टर पैमाने पर 7.5 से लेकर 8.5 के बीच हो सकती है। यानी यह भूकंप भारी तबाही मचा सकता है। मध्य हिमालयी क्षेत्र में भूकंप आया तो दिल्ली-एनसीआर, आगरा, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और पटना तक का इलाका प्रभावित हो सकता है।  


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें