गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014

डाक्टरी तमन्ना को मियादी

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) का एक निर्णय  चिकित्सा पेशे से जुडऩे वालों के लिए 'मियादी साबित हो रहा है।  एमसीआई के खिलाफ फिर लामबंदी होने को है। चर्चा तेज है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया एमबीबीएस कोर्स की अवधि 5.5 साल से 7.5 साल बढ़ाने को लेकर निर्णय लेने वाली है। इस मामले पर केंद्र सरकार भी बैकपुट पर है। लोकसभा चुनावों को देखते हुए खतरा मोल लेने की स्थिति में सरकार है भी नहीं। अगर एमसीआई ने कदम बढ़ा दिया तो फिर मेडिकल क्षेत्र औसत विद्यार्थियों के लिए कोसों दूर हो जाएगा। पहले से महंगी स्वास्थ्य शिक्षा को अपनाने के पहले कई बार सोचना पड़ेगा। दो साल की इस संभावित समयावधि को झेलने की दशा में हर परिवार सक्षम नहीं होगा। अभी तक एमबीबीएस की डिग्री साढ़े चार साल में पूरी होती है। इसके बाद एक साल मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप को मिलाकर साढ़े पांच साल में एमबीबीएस की डिग्री मिल जाती थी।  एमसीआई साढ़े चार साल का कोर्स और एक साल की कॉलेज इंटर्नशिप के बाद ग्रामीण इलाकों में 2 साल की मेडिकल इंटर्नशिप भी अनिवार्य कर रहा है। इसके बाद ही विद्यार्थी एमडी की प्रवेश परीक्षा का पात्र होगा।
    :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::