पवन मुंजाल की अगुवाई वाली दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के इलेक्ट्रिक वीकल्स वेंचर को झटका लगा है। 2010 के एक फैमिली सेटलमेंट के तहत कंपनी और इसके प्रमोटर किसी भी तरह के इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए लोकप्रिय 'हीरो' का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि ग्रीन टेक्नोल़ॉजी के लिए ग्लोबल राइट्स पवन मुंजाल के भतीजे नवीन मुंजाल की कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक के पास है। वह पवन मुंजाल के चचेरे भाई विजय मुंजाल के बेटे हैं।
पवन मुंजाल के चचेरे भाई विजय मुंजाल के बेटे नवीन 2007 से हीरो इलेक्ट्रिक टू व्हीलर का कारोबार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल उनके परिवार को ही इलेक्ट्रिक वाहनों पर हीरो ब्रांड का इस्तेमाल करने का अधिकार है। इसका उल्लंघन होने पर वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। हालांकि परिवार के दूसरे सदस्य किसी अन्य ब्रांड के साथ इस कैटेगरी में उतर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'ग्रीन वीकल्स के लिए हीरो ब्रांड इस्तेमाल करने का अधिकार केवल मेरे परिवार के पास है।'
नवीन ने यह भी कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए हीरो ब्रांड के ग्लोबल राइट्स उनके परिवार के पास हैं। इनमें पर्सनल और कमर्शियल सभी तरह के इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं। मुंजाल परिवार के विभिन्न सदस्यों के बीच हुए व्यापक निपटारे में यह बात कही गई है। यह परिवार हीरो ब्रांड से कई तरह के कारोबार करता है। इनमें टू-वीलर्स, साइकिल, इंश्योरेंस, रियल्टी, इलेक्ट्रिक वीकल्स, कंपोनेंट्स और एजुकेशन शामिल हैं। इस परिवार के जाने माने नामों में पवन मुंजाल और विजय मुंजाल के अलावा सुनील मुंजाल और पंकज मुंजाल शामिल हैं।
नवीन ने कहा, हमारे पास इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए हीरो ब्रांड की ऑनरशिप है। कोई और इसके इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसमें कोई संदेह नहीं है। हम किसी भी तरह के इलेक्ट्रिक वीकल के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें दोपहिया, तिपहिया, कार और कमर्शियल वीकल्स शामिल हैं। इस बारे में परिवार के बीच एक अंडरस्टेंडिंग है और मुंजाल परिवार में हर कोई इस बात से अच्छी तरह वाकिफ है। सब कुछ इसी के मुताबिक किया जा रहा है। अब तक सब कुछ इसी के मुताबिक हुआ है। हालांकि कंपनी ने इस बात का जवाब नहीं दिया कि वह अपने ईवी के लिए हीरो ब्रांड का इस्तेमाल करेगी या नहीं।
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