कोरोना संकट के बीच संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया। संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही कोरोना की दूसरी लहर, महंगाई और चीन से जुड़े मामले और पत्रकारों-नेताओं की जासूसी को लेकर हंगामा शुरू हो गया। हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12:24 तक के लिए और लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में अपने मंत्रिपरिषद का परिचय दे रहे थे, तब हो रहे हंगामे के खिलाफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आपत्ति जताई।
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ अभिनेता दिलीप कुमार और फ्लाइंग सिख मिल्खा समेत इस साल जान गंवाने वाले सांसदों और प्रसिद्ध हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई। राज्यसभा के पिछले दिनों दिवंगत हुए वर्तमान सदस्य डॉ. रघुनाथ महापात्र एवं राजीव सातव के सम्मान में उच्च सदन की बैठक सोमवार को एक घंटे के लिए दोपहर 12:24 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों का परिचय नहीं करवा पाए, उन्होंने मंत्रियों की सूची सदन के पटल पर रखी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने 24 वर्षों के संसदीय जीवन में संसद में पहले कभी ऐसा नहीं देखा कि प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल विस्तार की जानकारी देने के दौरान हंगामा हुआ हो। उन्होंने कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी को दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही कोरोना की दूसरी लहर, महंगाई और चीन से जुड़े मामले और पत्रकारों-नेताओं की जासूसी को लेकर हंगामा शुरू हो गया। राज्यसभा में दोबारा कार्यवाही शुरू हुई, तो फिर विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने सरकार पर कोरोना की दूसरी लहर के दौरान फैली अव्यवस्था, टीकों की कमी, लद्दाख से जुड़े एलएसी पर जारी तनाव, पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों और राज्यों की नई जनसंख्या नीति जैसे मुद्दों पर हमला करने की रणनीति बनाई है।
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