गुरुवार, 13 जनवरी 2011
सीबीआई की जांच किसके जिम्मे
सीबीआई सिर्फ अपने राजनैतिक मालिकों की सुनती है और सरकार के दूसरे उसी की तरह जिम्मेदार विभाग क्या कह रहे हैं इसका उससे कोई लेना देना नहीं है। सीबीआई सिर्फ बोफोर्स के झमेले में नहीं फंसी। इसरो जासूसी कांड, राजनेताओं को फंसाने के लिए रचे गए हवाला कांड, प्रियदर्शिनी मट्टू हत्याकांड, निठारी हत्याकांड, दाऊद इब्राहीम को राहत देने वाला कांड, सिस्टर अभया हत्याकांड, सोहराबुद्दीन मुठभेड़ कांड में गीता जौहरी की भूमिका, भोपाल गैस त्रासदी और फिलहाल विवादों में चल रहे आरुषि तलवार हत्याकांड में सीबीआई की भूमिका एकदम वही रही है जो भारतीय दंड विधान की बजाय राजनैतिक डंडा विधान से चलती नजर आती है। ऐसी सीबीआई को हमने आज की तारीख में असंख्य दौलत हजम होने वाले घोटाले सौंप रखे हैं और क्या सीबीआई मे भी कोई कसम खा कर कह सकता है कि सीबीआई में घोटाले नहीं होते। वैसे तो कहा जाता है कि राज्य सरकार जब तक नहीं चाहे तब तक सीबीआई राज्य का कोई मामला जांच के लिए नहीं ले सकती मगर असलियत क्या है । अब तक भ्रष्टाचार के जो रूप हमारे सामने आते रहे है, वे आम तौर पर रिश्वतखोरी और कालाबाजारी के रहे है। लेकिन जबसे इसमें राजनीतिक लोग शामिल होने लगे हैं तब से मामला गंभीर हो गया है। हमारे यहां भ्रष्टाचार किसी संगीन जुर्म में नही आता। इसी लिए यह एक बड़े कारोबार का अकार लेता जा रहा है। बड़े घोटालेबाज अपनी राजनीतिक एवं प्रशासनिक पुहंच के कारण बचे रहते हैं। इनकी जांच करने वाले आयोग और जांच ऐजसियां मामलों को इतना लम्बा चलाती है कि लोग सब भूल जाते हैं, हां छोटे मोटे अपराधियों के लिए न्यायचक्र अपना काम करता रहता है। कृष्ण मेनन से लेकर कृष्णामचारी तक और बोफोर्स और प्रतिभूति घोटालों में आज तक किसी को कोई सजा नही हुई। दरअसल सरकारे खुद भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती रही है और यह समास्या स्वतंत्रता के पूर्व से चली आ रही है। 1937 में बनी कांग्रेसी सरकारों पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे थे, भ्रष्टाराचार के विरोध में गांधी जी ने सत्याग्रह किया था। 1967 में बनी श्रीमती इंदिरा गांधी की सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़वा देने का आरोप भी लगा। 1961 में प्रताप सिंह केरो द्वारा पंजाब में अपने बेटे को सिनेमा हाल बनाने के लिए सरकारी जमीन कोडिय़ों के भाव देने का मामला भी चर्चित रहा है। 1984 में राजीव गांधी की सरकार और 1991 में नरसिंह राव सरकार पर भी ऐसे आरोप रहे हैं।
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