बुधवार, 21 जुलाई 2021

कल्याण सिंह की हालत नाजुक



 उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हालत नाजुक बनी हुई है। अब वह खुद से ऑक्सीजन नही ले पा रहे हैं, जिसकी वजह से उनके फेफड़ों और खून में पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति नही हो पा रही है। फेफड़े, दिल, गुर्दा, लिवर पर दबाव बढ़ गया है। इसका असर दिमाग पर भी पड़ रहा है।  मंगलवार की रात डॉक्टरों ने कल्याण के गले में ट्यूब डालकर फेफड़ों को ऑक्सीजन देनी शुरू की। इसे चिकित्सा भाषा में इंट्यूबेट  कहते हैं।

एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि क्रिटिकल केयर मेडिसिन (सीसीएम) के आईसीयू में भर्ती पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के उपचार में लगी विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने बुधवार सुबह वार्ड का निरीक्षण कर उनकी सेहत का जायजा। उनकी अभी भी हालत नाजुक बनी हुई है। कोई खास सुधार नही हो रहा है। शरीर में संक्रमण अभी भी बना हुआ है। उनके उपचार में दिल, गुर्दा, डायबिटीज, न्यूरो, यूरो, गैस्ट्रो व क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग समेत 12 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी में लगी हुई है।

पीसीएम, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी और एंडोक्रायोनोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक कल्याण सिंह के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। 89 वर्षीय कल्याण सिंह को चार जुलाई को संक्रमण और नीम बेहोशी के कारण एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका इलाज राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में किया जा रहा था।  

पिछले दो दिनों से उनकी तबीयत ज्यादा खराब चल रही है। कल राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी एसजीपीजीआई पहुंचकर उनका हाल-चाल लिया। पूर्व मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर भाजपा, विभिन्न राजनीतिक दलों और उनके समर्थकों के बीच चिंता का माहौल है। अलीगढ़ में उनके समर्थक बेहद चिंतित हैं। कल्याण सिंह मूलत: अलीगढ़ के अतरौली तहसील क्षेत्र के हैं।

कल्याण सिंह भाजपा के उन चंद नेताओं में से हैं, जिन्हें आज की सशक्त भाजपा के बनाने का श्रेय जाता है। कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें 26 अगस्त 2014 को राजस्थान का राज्यपाल निर्वाचित किया गया था। जनवरी 2015 से हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने।  उन्हें कट्टरपंथी हिन्दुत्ववादी के रूप में जाना जाता है। बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनका कार्य विवादों से घिरा हुआ है।


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