कोरोना काल में शादियां भी अजीबो-गरीब हो गई हैं। पाबंदियों के चलते कहीं शहनाइयां नहीं बज रहीं, तो कहीं बिना बाराती ही शादी हो रही है। कहीं-कहीं तो रिश्तेदारों की नाराजगी का कोपभाजन लड़का-लड़की के घर वालों को होना पड़ रहा है। ओडिशा के बालासोर जिले में शादी के दौरान जो हुआ, उससे लोग ही नहीं, प्रशासन भी भौचक है। समारोह से लड़का-लड़की के फरार होने की खबर बस्ती में तेजी से फैली, पर उनका सुराग नहीं मिल पाया।
निर्धिरित तिथि पर पश्चिम बंगाल का लड़का ओडिशा की एक स्थानीय लड़की से शादी करने के लिए आया था। बाराती में जोश में थे। सब इतने मशगुल थे कि शादी में ओडिशा सरकार के कोरोना दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा था, इनकी उन्हें सुध ही नहीं रही। इस बात की सूचना मिलने पर जैसे ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची दूल्हा-दुल्हन मौके से फरार हो गए। काफी देर तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। चर्चा है कि शादी गुपचुप तरीके से करने की मंशा के तहत परिजनों की सहमति से ऐसा हुआ।
दरअसल, रविवार शाम को जब पुलिस कोरोना गाइडलाइन्स के उल्लंघन को लेकर पुलिस ने शादी के वेन्यू पर छापा मारा था। यह कार्रवाई सोरो पुलिस स्टेशन की एक टीम ने छपुलिया चौक के पास एनएच -16 में होटल मंगला निलयम में की। सूचना मिली थी कि वहां चल रहे एक विवाह समारोह में 200 से ज्यादा लोगों की मौजूद हैं।
पुलिस ने कहा, “कोरोना दिशा-निर्देशों का उल्लंघने करने के लिए हमने होटल मालिक से 3 हजार रुपए और दूल्हे के परिवार से 5 हजार रुपए लिए हैं। हालांकि आयोजकों ने शादी की अनुमति ली थी, लेकिन उन्हें निर्धारित संख्या से ज्यादा लोगों को आमंत्रित करने के लिए दंडित किया गया था। कोविड दिशा-निर्देशों के मुताबिक, विवाह समारोह में 25 से अधिक व्यक्तियों को शामिल होने की अनुमति नहीं है।
याद रहे कि इस महीने की शुरुआत में, कटक शहर की पुलिस ने कोविड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए एक विवाह समारोह के आयोजकों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था।
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