उत्तराखंड के बाद कर्नाटक बीजेपी में बागी नेता लगातार मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। यहां तक कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे की अटकलें और कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसके कयास लगाए जाने लगे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष का नाम तक सबसे आगे बताया गया। तब राज्य के ही पर्यटन मंत्री सीपी योगेश्वर ने एक बयान में कहा था कि मुख्यमंत्री के बजाय उनके बेटे कर्नाटक के मंत्रालयों पर शासन और नियंत्रण कर रहे हैं। वहीं, भाजपा एमएलसी एएच विश्वनाथ ने भी यह कहा था कि प्रदेश के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह से मिले भाजपा के 80 प्रतिशत विधायकों का मानना है कि राज्य में नेतृत्व बदलना चाहिए।
हालांकि, येदियुरप्पा ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि सदस्यों के बीच भ्रम को दूर किया जाएगा। उन्होंने यहां तक कहा कि जिस दिन पार्टी आलाकमान मुझसे पद छोड़ने के लिए कहेगा, उस दिन मैं इस्तीफा दे दूंगा। मैं कुछ मंत्रियों और विधायकों द्वारा बनाई गई अफवाहों और अटकलों के बारे में नहीं बोलता।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डॉ सीएन अश्वत्नारायण ने भी उनका साथ दिया है। उन्होंने कहा कि सीएम बीएस येदियुरप्पा का मुख्यमंत्री पद छोड़ने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। हमारे बीच ऐसी किसी बात की कोई चर्चा नहीं हो रही है। जिस बयान का हवाला मीडिया में दिया जा रहा है, तो बता दें कि सीएम बीएस येदियुरप्पा ने बस एक बात कही कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी वह उसका कभी भी पालन करेंगे, क्योंकि वह हमेशा से ही पार्टी के अनुशासित लोगों में से एक रहे हैं। राजस्व मंत्री आर अशोक और डिप्टी सीएम डॉ सीएन अश्वत्नारायण की बातों से साफ हो गया है कि कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा ही सीएम बने रहेंगे।
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