सोमवार, 2 अगस्त 2021

लूटे गए शहर के 2 बड़े व्यापारी


 

एक को ‘अपनों’ ने लूटा, दूसरे को साइबर लुटेरों ने 

व्यापार में नफा-नुकसान होता ही है, मगर भाव में उतार-चढ़ाव के कारण। इसे व्यापारी सह लेते हैं, क्योंकि उनकी उम्मीदें जिंदा होती हैं। व्यापार चलता रहता है, पर हाल के दो मामले ऐसे हैं, जिसमें दो व्यापारियों की गाढ़ी कमाई दांव पर लगी है। 8 करोड़ से भी ज्यादा की चोट पहुंची है। 

ताजा मामला  शहर के एक दाल मिल कारोबारी से जुड़ा हुआ है। उसके साथ शहर के कुछ व्यापारियों ने सोची-समझी साजिश के तहत षडयंत्र किया और  4 करोड़ 11 लाख की चपत लगा दी। कारोबारी दिलीप शांतिलाल जैन  की शिकायत पर कलमना थाने में 6 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरोपियों ने दिलीप जैन को शक्कर ट्रेडिंग के कारोबार में मुनाफा होने का लालच देकर उनके साथ ठगी की। 

दूसरा मामला,  3.48 करोड़ रुपए की ठगी से जुड़ा हुआ है।  बाजार पेठ में चावल की निर्यात करने वाले कंपनी का ई-मेल हैक कर इस घटना को अंजाम दिया गया। देशपांडे ले-आउट स्थित वर्धमान नगर निवासी व्यापारी मोहित रोहित अग्रवाल के साथ यह घटना हुई है। 

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शहर के दाल मिल कारोबारी गांधीबाग निवासी  दिलीप जैन यहीं के कुछ कारोबारियों की नजर में चढ़ गए। उन्होंने पहले मेल-मिलाप बढ़ाई और बाद में षड्यंत्र पर उतर गए। कलमना थाने में दर्ज धोखाधड़ी की   शिकायत के अनुसार, चिखली ले आउट  में सुप्रीम पल्स मिलिंग इंडस्ट्रीज कार्यालय से दिलीप जैन  दाल मिल का कारोबार करते हैं। लगभग डेढ़ साल पहले की बात है। उनके पास गोकुल सुगर इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक दत्ता शिंदे, मोहनदास छत्ताराम फर्म के पंकज सोमैया, तुलसीदास सोमैया, उमेश सोमैया, शामसुंदर सोमैया व अमर खनवानी पहुंचे और व्यापार के सिलसिले में बातचीत की। फिर मिलने का सिलसिला चल पड़ा। 1 दिसंबर 2019 से 19 जुलाई 2021 के दरमियान वे कई बार मिले। हर बार मुनाफे की बात पर दिलीप जैन को आकर्षित किया। बताया कि शक्कर ट्रेडिंग कारोबार में मुनाफा अधिक है। आप भी इस कारोबार में शामिल हो जाइए और हमारे साथ काम कीजिए। यह भी लालच दिया कि वह शक्कर खरीदी करके खुद बेचेंगे और पैसे आपको देंगे। दिलीप जैन को लगा कि व्यवहार काफी अच्छा है। मेहनत कम और पैसे अधिक। घाटे का सौदा तो कहीं दिख नहीं रहा। आरोपियों ने शुरूआत में  100 टन शक्कर की ट्रेडिंग की और उससे हुआ फायदा दिलीप को दिया। दिलीप बाग-बाग हो उठे। अगली बार 500 टन शक्कर देने की बात हुई।  कीमत करीब 1 करोड़ 64 लाख रुपए बताई गई। दिलीप ने यह रकम उनके बताए खाते में जमा कर दी। इसी प्रकार और भी ट्रेडिंग के लिए उन्होंने रुपए दिए। कुछ दिन तक सबकुछ सामान्य चलता रहा, लेकिन कहीं से रुपए नहीं मिले तो दिलीप को शक हुआ। उन्होंने पूछताछ की तो आरोपी टालमटोल करने लगे। अंत में मामला थाने पहुंचा। अब पुलिस इसकी जांच कर रही है।    

दूसरा मामला श्री साईनाथ एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड का है। देशपांडे ले-आउट स्थित वर्धमान नगर निवासी व्यापारी मोहित रोहित अग्रवाल  रूस स्थित सेंट पिटर्सबर्ग कंपनी को चावल निर्यात करते हैं। मालूम हो कि सेंट पीटर्सबर्ग नेवा नदी के तट पर स्थित रूस का, मॉस्को के बाद दूसरा सबसे आबादी वाला एक प्रसिद्ध नगर है। सोवियत संघ के समय में इसका नाम बदलकर लेनिनग्राद कर दिया गया था। सोवियत संघ के पतन के बाद पुन: बदलकर सेंट पीटर्सबर्ग कर दिया गया है। सेंट पीटर्सबर्ग को रूस की सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है। कई विदेशी वाणिज्य दूतावास, अंतरराष्ट्रीय निगमों, बैंकों और व्यवसायों के सेंट पीटर्सबर्ग में कार्यालय हैं।

माल भेजने के कुछ दिन बाद नियमानुसार चावल की रकम व्यापारी मोहित रोहित अग्रवाल  के खाते में जमा की जाती रही थी। हमेशा की तरह मोहित ने आर्डर के मुताबिक चावल भेजा था, लेकिन इस बार हैकर्स की नजर उनकी कारोबार पर पड़ गई। खाते में रकम जमा नहीं हुई, तो उन्होंने संबंधित कंपनी से पूछताछ की। यह जानकर आवाक रह गए कि रकम तो उनके बताए खाते में जमा कर दी गई है।  कंपनी का कहना था कि मोहित की ई-मेल आईडी से उन्हें मेल आया था, जिसमें लिखा गया था कि उसका पुराना बैंक खाता बदल गया है। इसलिए नए खाते में रकम जमा करें। लिहाजा कंपनी ने उस नए खाते में 3 करोड़ 48 लाख 61 हजार 025 रुपए जमा कर दिए हैं। यह वाकया 30 मार्च से 15 अप्रैल 2021 के बीच घटित हुआ। अब मोहित थाने में फरियाद लेकर पहुंचे हैं कि उन्होंने खाता नंबर बदलने संबंधी कोई मेल नहीं किया ही नहीं।  

पुलिस मानकर चल रही है कि संभवत: किसी हैकर ने बीच में खेल किया है। उसने मोहित की ई-मेल आईडी हैक कर खुद का खाता नंबर दिया होगा।  मामला थाने पहुंचा है।  साइबर टीम की मदद से प्रकरण को सुलझाने का प्रयास जारी है। 

ऑनलाइन व्यापार का चलन है। प्रक्रिया में तेजी व्यापारियों को आकर्षित कर रही है, लेकिन बड़े पैमाने पर चपत भी लग रही है। हम आपको सावधान कर रहे हैं। कोई आपका पासवर्ड चुरा कर आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकता है तो कोई फिशिंग के जरिये आपको नुकसान पहुंचा सकता हैं। हैकर्स बड़े-बड़े संस्थानों पर हमला बोलते हैं तो अलग-अलग किस्म के साइबर ठग अपना उल्लू सीधा करने के लिए जाल बुनते हैं। ऐसे में आपका सावधान रहना बेहद जरूरी है। सरकार भी इस मामल में बेहद सजग है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऑनलाइन फ्रॉड या साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज कराने के लिए एक नेशनल हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. यह नंबर है -155260। अगर आप ऐसे किसी हादसे या अपराध के शिकार होते हैं तो इस नंबर तुरंत कॉल करें। आप धोखाधड़ी की शिकायत इस नंबर पर दर्ज करा सकते हैं। शिकायत मिलते ही गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाला इंडियन साइबर-क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर  सेंटर सक्रिय हो जाएगा। यहां से आरबीआई से जुड़े बैंकों और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म पर तुरंत सूचना पहुंच जाएगी। इससे तुरंत धोखाधड़ी का पता चल जाएगा और समस्या का जल्दी समाधान हो पाएगा।

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