बुधवार, 15 दिसंबर 2010
मुन्नी बहन भी, बेटी भी
जब से मुन्नी बदनाम हुई और शीला की जवानी.. गाना आया है, तब से इन नामों की लड़कियां और महिलाएं परेशान हो रही हैं। शरारती तत्वों ने इन नामों की महिलाओं का राह चलना मुश्किल कर दिया है। इन नामों की महिलाओं के परिवारवालों को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। शादी-ब्याह में भी ये गाने खूब चल रहे हैं। इससे कभी भी तनाव पैदा हो सकता है और मारपीट की नौबत आ सकती है इसलिए इन गानों पर रोक लगाना जरूरी है। मुन्नी खता किये बगैर दुनिया में बदनाम हो चुकी है। मूंछों वाले मर्द को देख कर मुंह ढक लेने वाली मुन्नी की दशा आज बगैर कुछ किये ही ऐसी हो गयी है, जैसे उसने दुनिया का सबसे बड़ा अपराध कर दिया है। वह अगर (मुन्नी बदनाम हुई...) गाने को नजरअंदाज करना भी चाहती है तो मनचले और तेज आवाज में उसका चारित्रिक शोषण करने से नहीं चूकते। ऐसे में वह खुद को असहाय महसूस कर रही है और नाम के कारण अपने जीवन पर भी रो रही है। साथ ही अंदर ही अंदर माता-पिता और उस पुरोहित को भी कोसती नजर आ रही है, जिसने उसे मुन्नी नाम दिया था। माना पूरे देश पर पश्चिमी संस्कृति का या फिल्मों का असर हुआ है, पर आज भी गांवों की अपनी अलग संस्कृति है। रहन-सहन, खान-पान, चाल-ढाल के साथ कुछ भी शहरों से मेल नहीं खाता। गांव के लोग आज भी अपनी प्रतिष्ठा को सर्वोपरि रखते हैं और मान-सम्मान, मर्यादा के लिए ही पूरा जीवन गुजार देते हैं, इसीलिए परिवर्तन के बाद भी गांव आज भी गांव ही नजर आते हैं। गांवों में आज भी लड़कियों के मुन्नी, कमला या कलावती जैसे नाम ही रखे जाते हैं, जिनको मुम्बई वाले आये दिन भुनाते रहते हैं। पैसे के लिए गांव की गरीब महिला का उपहास पहले भी उड़ाया जाता रहा है। कमला या कलावती की तरह ही इस बार मुन्नी पर हमला किया गया है, लेकिन बेचारी मुन्नी कुछ कर नहीं सकती, क्योंकि उसी के अपने मुम्बई वालों के रंग में ही रंगे नजर आ रहे हैं, जिससे वह सिर्फ अंदर ही अंदर घुटने से ज्यादा कुछ नहीं कर सकती। इसके अलावा उस बेचारी को यह कौन समझाये कि उसका कसूर आम महिला होने का है और इस देश में किसी भी मुद्दे पर आम महिला-पुरुष को कुछ भी कहने का कोई अधिकार नहीं है। आम महिला-पुरुष की हैसियत यह फिल्म बनाने वाले भी अच्छी तरह जानते हैं, तभी उनके निशाने पर हर बार गांव की आम महिला ही आती है और भविष्य में भी आती रहेंगी, क्योंकि गांव के लोगों का सबसे बड़ा दोष गरीबी है, पर यह नहीं भूलना चाहिए कि यह मुन्नी भी किसी की बेटी है, किसी की पत्नी है, किसी की बहन है और किसी की मां भी है।
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