बुधवार, 14 अप्रैल 2010

ऊंगलियां हर और उठेंगी

विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर को अंडरवल्र्ड सरगना दाऊद इब्राहिम की तरफ से जान से मारने की धमकी मिली है। डी कंपनी ने एसएमएस के जरिए दी गई अपनी धमकी में थरूर को आईपीएल से दूर रहने को कहा है। इस धमकी के बाद थरूर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मगर एक बात साफ हो गया है कि करोड़ों के वारे-न्यारे वाले इस खेल पर ताली पीटने का नहीं, सर पीटने का वक्त है। वैसे तो आईपीएल कोच्चि को लेकर आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के साथ उनका विवाद पहले से ही जारी है। जिसमें थरूर पर आरोप है कि उन्होंने ललित मोदी को फोन कर आईपीएल कोच्चि के लिए पैरवी की थी। जिसके बाद थरूर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार पर भारी दवाब है। परंतु ऐसा लगता है कि जड़े काफी गहरें तक गड़ी हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि इसमें डी कंपनी कब और कैसे आ गया। सूची के अनुसार तो रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता मुंबई इंडियंस की मालिक हैं, शराब के सबसे बडे विक्रेता विजय माल्या रॉयल चैलंजर्स के मालिक हैं, डेकन क्रोनिकल प्रकाशन डेक्कन चार्जर्स का मालिक है, इंडिया सीमेंट कंपनी चेन्नई सुपर किंग्स की मालिक है, देश भर में हवाई अड्डे और मेट्रो के ठेके लेने वाल जीएमआर दिल्ली डेयर डेविल्स की मालिक है, पंजाब किंग्स इलेवेन के मालिक नेस वाडिया, प्रीति जिंटा, डॉबर के मोहित वर्मन और एपीजेके करण पॉल हैं। कोलकाता नाईट राइडर्स की मालिक रेड चिलि एंटरटेनमेंट हैं जिसमें शाहरूख के अलावा उनकी पत्नी गौरी खान, मित्र जूही चावला और जय मेहता शामिल है। राजस्थान रायल्स में स्टार समूह के मरडोक परिवार का पैसा लगा है। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, शिल्पा शेटी और राज कुंद्रा भी मालिकों में से हैं। हो सकता आमदनी के लिहाज से वह इसमें सीधे शरीक हो गया हो। वरना इस धमकी का एक और आशय यह हो सकता है कि घाटे वाले के सर पर उसका वरद हस्त हो। एक और बात ध्यान देने वाली है। शशि थरूर के विवादों में घिरने से खुद को अलग रखते हुए कांग्रेस ने कहा कि सभी तथ्यों का पता लगने का बाद वह अपना विचार व्यक्त करेगी। पार्टी के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी को विवाद से कुछ लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा था कि उन्हें सफाई देने दीजिए। दूसरों को व्याख्या करने दीजिए कि सच्चाई क्या है। जबकि भाजपा ने उसी समय उनके इस्तीफे की मांग की थी। यानि खेल का राजनीतिकरण। वैसे देखा जाए तो कुल मिला कर आईपीएल को सिर्फ इन टीमों से नौ लाख करोड़ रुपए की आमदनी हुई है। इसके अलावा टेलीविजन प्रसारण अधिकारों से अगले पांच सालों में लगभग डेढ़ अरब डॉलर की कमाई का खाका तैयार है। आईपीएल ने विजय माल्या की किंग फिशर एयरलाइंस को आईपीएल की आधिकारिक एयर लाइन बनने के बदले मुफ्त टिकटों के अलावा 106 करोड़ रुपए अलग से वसूल किए हैं। इस साल से गूगल की यू ट्यूब कंपनी पर भी आईपीएल के मैच लाइव दिखाने का प्रयोग किया गया है जिसके बदले यू ट्यूब ने आईपीएल को 18 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। विवादों के लेकर सुनंदा भी बिफरी हुई हैं। सुनंदा का कहना है कि उनकी व्यक्तिगत परिसंपत्तियां और व्यापारिक हित किसी फ्रेंचाइजी टीम में हिस्सेदारी के लिए काफी हैं। इस लिहाज से हिस्सेदारी के सिलसिले में मेरा नाम थरूर के साथ जोड़ा जाना एक तरह से तौहीन है। बकौल सुनंदा, मेरा व्यक्तिगत जीवन किसी के अधीन नहीं है। मैं जल्द ही शादी करने वाली हूं। इस संबंध में मैं खुद ही घोषणा करुंगी। इस संबंध में घोषणा का अधिकार अपरिचितों को नहीं है। मैं मीडिया से अनुरोध करती हूं कि वह मेरी निजता का सम्मान करे। अगर सभी पाक-साफ ही हैं तो तो सवाल उठता है कि डी कंपनी का आविर्भाव इस नाटक में आखिर क्यों कर हुआ। ऐसा तो नहीं कि डी कंपनी फिर से भारत लौटने की तैयारी में है। सूत्र बताते हैं कि दाऊद कुछ बरसों में भारत लौटने की योजना बना रहा है। दरअसल दुबई में भी दाऊद के लिए स्थितियां अब ज्यादा अनुकूल नहीं रह गई हैं। जब से अमेरिका ने उसे वैश्कि आतंकी घोषित किया है, उसकी मुसीबतें बढ़ गई हैं। ऐसे में वह भारत को अपने लिए ज्यादा सुरक्षित मानने लगा है। तब तो जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। बात राजनीतिक गलियारों से निकलकर आगे सरहद के उस पार तक पहुंचती दिख रही है। लिहाजा, जनता से जबरदस्ती ताली पिटवाने वाली इन कंपनियों की जिम्मेदारी बनती है कि वे गठजोड़ का खुलासा करें, वरना यह भी याद रखें कि शक का दायरा कभी संकुचित नहीं होता। फिर तो ऊंगलियां हर और उठेंगी-क्या प्रायोजक, क्या खिलाड़ी और क्या बिचौलिए। अह तो ऐसा ही लगता है कि संभ्रांतों के बीच से क्रिकेट का आज समूल अपहरण किया जा चुका है और वह कसमसाती हुई माफियाओं की महफिल में ठुमके लगाने विवश है।

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