बुटीबोरी टी-प्वाइंट पर प्रस्तावित फ्लाईओवर निर्माण को लेकर भले ही प्रशासनिक तौर पर तकनीकी तैयारियां शुरू कर ली गईं हों, लेकिन यहां के बाशिंदों ने ही इस प्रस्तावित फ्लाईआवर निर्माण के खिलाफ लामबंद होना शुरू कर दिया है। प्रस्तावित फ्लाईओवर के खिलाफ पहले ही दिन तकरीबन डेढ़ सौ घरों से हस्ताक्षर मुहिम के तहत जनमत जुटाया गया, जिसमें सभी ने एक स्वर में फ्लाईओवर के विरोध में अपने अपने मत रखे। प्रत्येक घर से 3 सदस्य होने के अनुमान को भी यदि आधार बना लिया जाए। तो पहले ही दिन के जनमत से पता चलता है कि अमूमन 450 से भी ज्यादा लोगों ने प्रस्तावित उड़ानपुल को लेकर विरोध जताया है।
यहां विशेष ध्यान देनेवाली बात है कि जिस जनता की मांग का हवाला देते हुए प्रस्तावित फ्लाईओवर का खाका खींचने में एनएचएआई लगी हुई है। पहले ही दिन के जनमत संग्रह से उनके दावों की कलई खुलती नजर आ रही है। दैनिक भास्कर टीम द्वारा इस प्रस्तावित फ्लाईओवर व टोल नाके के संभावित संबंधों को लेकर श्रृंखला चलाई गई है, जिसमें प्रमुख तौर से एनएचएआई के ही उस केंद्रीय टीम के सुझावों को ही अमल में लाने के लिए चर्चा की गई है। केंद्रीय टीम के प्रस्ताव में तिराहे में सुधार कार्य कर यातायात के बढ़ते घनत्व को कम करने की गुंजाइश तलाशने का सुझाव दिया गया था, लेकिन कुछ स्वार्थी तत्वों की वजह से ये प्रस्ताव किनारे करते हुए राजनीतिक प्रतिनिधियों की आपसी सहमति को जनता की मांग ठहराते हुए इस लूट के पुल का षडयंत्र रचा जाने लगा।
जनता की आंखों में इस लूट को छिपाने के लिए बुटीबोरी पुलिस थाने के 45 दुर्घटनाओं के आंकड़ों की धूल झोंकी गई, लेकिन सूचना के तहत तिराहे में केवल 2 सड़क दुर्घटनाओं का ही खुलासा होता है और ये दुर्घटना भी शराब के नशे में ट्रक चला रहे ड्राइवर की लापरवाही की वजह से होता है। जाहिर है 60 मीटर चौड़े एमआईडीसी की सड़क, महामार्ग के मुहाने में मुर्गी के गर्दन जैसी केवल 17 मीटर संकरी हो जाती है। जो यहां से गुजरनेवाले वाहनधारकों को सिमटने के लिए विवश करती है।
बुटीबोरी के भाजपा विधायक विजय घोडमारे ने इस फ्लाईओवर निर्माण को लेकर घोषणा की थी कि 20 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से ये प्रस्तावित फ्लाईओवर निर्माण किया जानेवाला है, लेकिन प्रथम जनमत के तहत जुटनेवाली जनता प्रस्तावित उड़ानपुल के ही खिलाफ स्वर बुलंद करेगी ये राजनीतिक पार्टियों के सोच से भी परे था।
प्रस्तावित बुटीबोरी फ्लाईओवर के कथित समर्थक और जिन पर पुल बनाने वाली ओरिएंटल कंपनी की सांठगांठ के आरोप भी लग रहे हैं, ने शुक्रवार को समाचार पत्र का विरोध किया। दैनिक भास्कर की खबर जनता के जेहन में घर कर रही है, जिसकी छटपटाहट इन भाजपा कार्यकर्ताओं में साफ दिखाई दे रही है। शुक्रवार को इसी तिराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। इससे साफ झलकता है कि प्रस्तावित फ्लाईओवर को लेकर राजनीतिक दल जनता की राय पूछने के पक्ष में नहीं हैं। देखना होगा कि फ्लाईओवर जनमत के आगे रुकता है या राजनेताओं के जिद्द के आगे जबरन पूरा करा लिया जाता है।
यहां विशेष ध्यान देनेवाली बात है कि जिस जनता की मांग का हवाला देते हुए प्रस्तावित फ्लाईओवर का खाका खींचने में एनएचएआई लगी हुई है। पहले ही दिन के जनमत संग्रह से उनके दावों की कलई खुलती नजर आ रही है। दैनिक भास्कर टीम द्वारा इस प्रस्तावित फ्लाईओवर व टोल नाके के संभावित संबंधों को लेकर श्रृंखला चलाई गई है, जिसमें प्रमुख तौर से एनएचएआई के ही उस केंद्रीय टीम के सुझावों को ही अमल में लाने के लिए चर्चा की गई है। केंद्रीय टीम के प्रस्ताव में तिराहे में सुधार कार्य कर यातायात के बढ़ते घनत्व को कम करने की गुंजाइश तलाशने का सुझाव दिया गया था, लेकिन कुछ स्वार्थी तत्वों की वजह से ये प्रस्ताव किनारे करते हुए राजनीतिक प्रतिनिधियों की आपसी सहमति को जनता की मांग ठहराते हुए इस लूट के पुल का षडयंत्र रचा जाने लगा।
जनता की आंखों में इस लूट को छिपाने के लिए बुटीबोरी पुलिस थाने के 45 दुर्घटनाओं के आंकड़ों की धूल झोंकी गई, लेकिन सूचना के तहत तिराहे में केवल 2 सड़क दुर्घटनाओं का ही खुलासा होता है और ये दुर्घटना भी शराब के नशे में ट्रक चला रहे ड्राइवर की लापरवाही की वजह से होता है। जाहिर है 60 मीटर चौड़े एमआईडीसी की सड़क, महामार्ग के मुहाने में मुर्गी के गर्दन जैसी केवल 17 मीटर संकरी हो जाती है। जो यहां से गुजरनेवाले वाहनधारकों को सिमटने के लिए विवश करती है।
बुटीबोरी के भाजपा विधायक विजय घोडमारे ने इस फ्लाईओवर निर्माण को लेकर घोषणा की थी कि 20 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से ये प्रस्तावित फ्लाईओवर निर्माण किया जानेवाला है, लेकिन प्रथम जनमत के तहत जुटनेवाली जनता प्रस्तावित उड़ानपुल के ही खिलाफ स्वर बुलंद करेगी ये राजनीतिक पार्टियों के सोच से भी परे था।
प्रस्तावित बुटीबोरी फ्लाईओवर के कथित समर्थक और जिन पर पुल बनाने वाली ओरिएंटल कंपनी की सांठगांठ के आरोप भी लग रहे हैं, ने शुक्रवार को समाचार पत्र का विरोध किया। दैनिक भास्कर की खबर जनता के जेहन में घर कर रही है, जिसकी छटपटाहट इन भाजपा कार्यकर्ताओं में साफ दिखाई दे रही है। शुक्रवार को इसी तिराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। इससे साफ झलकता है कि प्रस्तावित फ्लाईओवर को लेकर राजनीतिक दल जनता की राय पूछने के पक्ष में नहीं हैं। देखना होगा कि फ्लाईओवर जनमत के आगे रुकता है या राजनेताओं के जिद्द के आगे जबरन पूरा करा लिया जाता है।
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